Bihar Floor Test भैया जी खेला हो गया
हैलो दोस्तो आज फिर से हम आपको बिहार की तरह ले जा रहे है, क्यूकी बिहार के चुनाव मे प्रत्येक दिन खेल हो रहा है तो आहिए जानते है Bihar Floor Test के बारे में और खेला क्यू हो गया?Bihar Floor Test Today News in Hindi |
- Intro:
प्रदेश में 28 जनवरी को एनडीए की सरकार बनने के बाद से शुरू 'खेला' सोमवार को विश्वास मत के साथ समाप्त हो गया। सरकार बनने के बाद से लेकर अब तक 'खेला' करने का दावा करने वाले राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ ही सोमवार को सदन में उस समय 'खेला' हो गया जब अविश्वास प्रस्ताव के समय राजद के तीन विधायक नीलम देवी,चेतन आनंद और प्रहाद यादव सत्ता पक्ष में शामिल हो गए। वहीं विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने में मुख्यमंत्री नितीश कुमार को कोई परेशानी नहीं हुई। उनहोंने सदन में विश्वास का प्रस्ताव पेश किया। राजद नेता तेजस्वी प्रताप यादव ने प्रस्ताव और नितीश कुमार के खिलाफ जमकर बोला।
- खेला हो गया : ऐन मौका पर सदन में राजद के ही 3 विधायक ने पाला बदला:-
- चेतन आनंद
- नीलम देवी
- प्रहाद यादव
- चेतन आनंद- शिवहर से विधायक :
क्यू बदला पाला?- पूर्व सांसद आनंद मोहन व लवली के बेटे हैं चेतन। आनंद मोहन के समर्थक उनके जेल से बाहर आने के लिए जदयु को पहले से ही बधाई देते रहे हैं। राजपूतों में आनंद की पैठ है। लोस चुनाव में परिवार को टिकट संभव।
- नीलम देवी- मोकामा से विधायक :
क्यू बदला पाला?- नीलम देवी के पति अनंत सिंह अभी जेल में है। सत्ता के साथ होने से उनको और पूरे परिवार को राहत मिल सकती है। भूमिहार जाति पर अनंत सिंह की पकड़ है। मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के चुनाव में जदयू को फाइदा मिलेगा।
- प्रहाद यादव- सूर्यगढ़ा से विधायक :
क्यू बदले पाला?- सूर्यगढ़ा विधायक प्रहाद यादव बालू कारोबार के लिए जाने जाते हैं। जादयु सांसद राजुव रंजन सिंह 'ललन' के वो काफी करीबी माने जाते है। उनके आने से मुंगेर लोकसभा चुनाव में जदयु उम्मीदवार को जीतने में सहूलियत होगी।विश्वास प्रस्ताव में सरकार को उम्मीद से अधिक वोट मिलें। सीएम ने गवर्नर को 128 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था।
- अब आगे क्या... ?
- Bihar Floor Test में जानिए... किसने खेला कौन सा पत्ता?
28 जनवरी को राज्य में सत्ता परिवर्तन के साथ ही राजद की ओर से कहा गया कि खेला तो अब शुरू होगा। सोमवार को सदन में खेला भी हुआ। अपने-अपने पत्ते खेले। एक-दूसरे की खूब पोल भी खोला।
नितीश कुमार- राजद के लोग कमाई कर रहे थे- ये लोग (राजद वाले) कमा रहे थे। हम इसकी जांच कराएंगे। हमारे द्वारा शुरू या किए जा रहें काम का क्रेडिट ये लोग (राजद वाले) ले रहे थे। शिक्षा विभाग जबर्दस्ती ले लिए। गड़बड़ कर रहे थे। इन्हीं लोगों के चलते कॉंग्रेस से 2 से ज्यादा मंत्री बन पाए। चाहते थे कि कॉंग्रेस के 2 ज्यादा मंत्री बने।
- मैंने सभी विपक्षी पार्टियो को एकजुट किया। मेरी इस मेहनत का कहां कुछ हुआ। कॉंग्रेस को मुझसे तकलीफ थे। लालू प्रसाद भी उसी के साथ हो गए। मैं अपनी पुरानी जगह आ गया।
- तेजस्वी यादव- क्या गारंटी नितीश जी पलटेंगे नहीं?
- आपने (मुख्यमंत्री) हमको दोबारा डिप्टी सीएम बनाया तो भाजपा के आरोपों पर लगातार कहते रहे कि सीबीआई/ईडी हमको फंसा रही है। अब फिर से हमको छोड़ने को निर्णय आपको क्यों केला पड़ा, राज्य के लोग ये जानना चहये हैं। एक बार बता दीजिए कि आप उस तरह क्यों जा रहे हैं।
- नितीश जी फिर से पलटेंगे कि नहीं, मोदी जी कि गारंटी (भाजपा) वालों बताओ। जनता के बीच जाने पर वह आपसे पूछेगी, 'पहिले गरियावत रहल, अब बड़ाई कर तार, 'तक क्या कहियेगा।
- सम्राट चौधरी- खेला हो गया न... खिलौना दे दिया
- खेला हो गया न... । आप (तेजस्वी) तो कहला करा रहे थे, हमने खिलौना दे दिया है, जाकर खेलिए। हमारे विधायकों के साथ गुंडागर्दी कि। एक सप्ताह से लोकतन्त्र को लूट रहे थे। एक-एक फाइल खुलेगी।
- 1996 में देश में जनता दल की सरकार थी, लालू जी की पार्टी के ही पीएम थे तभी से आपके (तेजस्वी) घर में सीबीआई आ रही है।
- विजय सिन्हा- सीएम ने तो सुधरने का मौका दिया
- मुख्यमंत्री ने आपको (तेजस्वी) दोबारा डिप्टी सीएम बना सुधरने का मौका दिया। अपर बदलाव नहीं आया। चरवाहा से बाहर नहीं निकाल सके। अब अपराधी-भ्रस्टाचारी के खिलाफ काम होगा।
- अब सिर्फ गरीब, किसान,महिला और युवा के अलावा कोई जाती नहीं है। सबको जाति मुक्त समाज के लिए आगे आना होगा।
- मांझी बोले- 90 फीसदी जमीन पर राजद वालों का कब्जा...
- आप ( राजद ) राज्य मैनवर्ष 2005 के पहले की स्थिति पैदा कर रहे थे तो सीएम ने एधार आकार कह दिया कि वो समय नहीं आने दूंगा।
- गरीबों को सरकार की ओर से दी गई जमीन पर कब्जा नहीं मिल प रहा है। 90 फीसदी जमीन पर राजद वालों का ही कब्जा है।
- Bihar Floor Test में 9 कार्यकाल में सीएम ने 5वीं बार विश्वास प्रस्ताव पेश किया
मुख्यमंत्री नितीश कुमार वर्ष 2000 से लेकर अबतक 9 बार मुख्यमंत्री पद की सपथ ले चुके हैं। जिसमें मात्र 4 बार विधानसभा में अविश्वास/विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की जरूरत पड़ी है। चुनाव पूर्व गठबंधन को ही विधानसभा चुनाव में अच्छी संख्या में बहुमत मिल जाने के कारण मुख्यमंत्री नितीश कुमार को चार बार अविश्वास/विश्वास प्रस्ताव की जरूरत ही नहीं पड़ी।
- विपक्ष ने 3 बार वॉकआउट किया, 2 बार वोटिंग में शामिल
- 11 मार्च 2015 के विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई। परिणाम- पक्ष में 140 मत पड़े थे।
- 28 जुलाई 2017 को विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, परिणाम- पक्ष में 131 मत और विपक्ष में 108 मत पड़े थे।
- 25 नवंबर 2020 को विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, परिणाम- पक्ष में 126 मत और विपक्ष में 114 मत पड़े थे।
- 24 अगस्त 2022 को विश्वास प्रस्ताव वोटिंग हुई, परिणाम- पक्ष में 160 मत पड़े।
- 12 फरबरी 2024 को विश्वास प्रस्ताव वोटिंग हुई, परिणाम- पक्ष में 129 मत पड़े।
- सवाल-जवाव (FAQ)
- बिहार में किस पार्टी को कितनी सीट मिली?
347 सीटें - बिहार में अभी कौन सी पार्टी शासन कर रही है?
जेडीयू के महागठबंधन (महागठबंधन)- बिहार में किसकी सरकार है 2023?
नितीश कुमार की- बिहार में विधायक की संख्या कितनी है?
247 सदस्यो - बिहार फ्लोर टेस्ट कौन जीता?
नितीश कुमार ने - Cunclusion :
दोस्तो इस लेख में मैंने आपको Bihar Floor Test के बारे मे पूरी बातें बताया हूँ, और मैं उंम्मीद करता हूँ की आपको इस लेख मे बिहार से जूरी कोई भी डाउट ना बचा हो अगर आपके मन में किसी प्रकार का डाउट आए तो आप हमे कमेंट मे जरूर बताए।
धन्यवाद 🙏
347 सीटें
- बिहार में अभी कौन सी पार्टी शासन कर रही है?
जेडीयू के महागठबंधन (महागठबंधन)
- बिहार में किसकी सरकार है 2023?
नितीश कुमार की
- बिहार में विधायक की संख्या कितनी है?
247 सदस्यो
- बिहार फ्लोर टेस्ट कौन जीता?
नितीश कुमार ने
- Cunclusion :
दोस्तो इस लेख में मैंने आपको Bihar Floor Test के बारे मे पूरी बातें बताया हूँ, और मैं उंम्मीद करता हूँ की आपको इस लेख मे बिहार से जूरी कोई भी डाउट ना बचा हो अगर आपके मन में किसी प्रकार का डाउट आए तो आप हमे कमेंट मे जरूर बताए।
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