Nitish Kumar जी जन्मदिन के शुभ अवसर पर
हैलो दोस्तो आप सभी को बिहार के सीएम Nitish Kumar जी बारे में पता ही होगा। लेकिन आप लोगो में से सायद ही किसी को ये नहीं पता होगा की आज हमारे बिहार के सीएम Nitish Kumar जी आज जन्मदिन है उनको आप और हम लोगो की तरफ से जन्मदिन की शुभकामनाए और आहिए जानते है नितीश कुमार जी के जन्मदिन पर नेताओं का क्या कहना है।Bihar Ke CM Nitish Kumar Ka Janmdin |
बिहार विधानसभा के बजट सत्र का आज आखिरी दिन है। मुख्यमंत्री Nitish Kumar के 73वें जन्मदिन पर पूर्व डिप्टी सीएम, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा समेत बाकी विधायकों ने बधाई दी। सदन में स्पीकर का शायराना अंदाज देखने को मिला। उनहोंने Nitish Kumar को बधाई देते हुए कहा कि "ये तो एक रस्म है जो अदा होती है... वरना सूरज की कहां सालगिरह होती है।" इस पर भाई बीरेंद्र ने सदन में कहा कि मुख्यमंत्री जी को बधाई, लेकिन गलत संगत में ना रहे मुख्यमंत्री जी।
- विधानसभा में 106 मुद्दे को उठाया गया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के बिहार आने पर राबड़ी देवी ने क्यों सवाल उठाया?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के बिहार आने के सवाल पर रबड़ी देवी ने कहा कि हम मांग करते हैं कि बिहार जैसे राज्य को विशेष राज्य का दर्जा वो दें, लेकिन जब तक उनकी सरकार रहेगी, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगी। बीजेपी के 400 सीट लाने के दावे पर उनहोंने कहा कि वे लोग फेका-फेकाउल बात करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि 3 मार्च को रैली नहीं रैला का आयोजन हो रहा है। उसमें सारे लोग आ रहे हैं।
- राजद MLC ने सीएम Nitish Kumar की तुलना भगवान शंकर जी से किए
- सदन को नया अध्यक्ष-उपाध्यक्ष मिला
बजट सत्र के दौरान कई हैपनिंग बिहार विधानसभा के इतिहास में पहली बार हुई। सबसे खास रहा स्पीकर का चुनाव। विधानसभा के इतिहास में पहली बार किसी स्पीकर को अविश्रास प्रस्ताव लाकर हटाया गया। महागठबंधन की सरकार बदलने के बाद अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्रास प्रस्ताव लाया गया था। इसके बाद भी उनहोंने इस्तीफा नहीं दिया। इसके बाद सदन में विश्रास मत पेश हुआ, जिसमें वो हार गए। नंद किशोर यादव के रूप में सदन को नया स्पीकर मिला। इन्हें सर्वसम्मति से चुना गया। इसके दो दिन बाद चलती सदन में डिप्टी स्पीकर ने भी इस्तीफा दे दिया। इनकी जगह सर्वसम्मति से नरेंद्र यादव को डिप्टी स्पीकर चुना गया।
- बीच सदन में विधायकों ने बदला पाला
बिहार विधानसभा के इतिहास में यह पहली बार देखने को मिला जब बीच सदन में 6 विधायकों ने पाला बदल लिया। सबसे पहले 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट से पहले राजद के तीन विधायक प्रहाद यादव, नीलम देवी, और चेतन आनंद अपने दल राजद का साथ छोड़ सत्ता पक्ष में आकर बैठ गए। हालांकि वो किस पार्टी के साथ हैं अभी तक उनहोंने इसका खुलासा नहीं किया है। इसके बाद 27 फरवरी राजद की संगीता देवी और कांग्रेस से सिद्धार्थ सौरभ और मुरारी गौतम बीच सदन में BJP का दमन थाम लिया।
- नेता प्रतिपक्ष बजट सत्र से रहे दूर
बजट सत्र में जिस दिन स्पीकर का चुनाव हुआ उसी दिन राजद नेता तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया। वहीं जिस दिन से उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाया गया उस दिन से एक बार भी वो सदन नहीं आए। न ही तेजस्वी बजट पेश होने वाले दिन सदन में रहे और न ही इसके एक भी चर्चा भी शामिल हुए। इस सवाल पर उनहोंने कहा था कि जिस बजट को उनकी सरकार में तैयार किया गया, उसके विरोध में वो कैसे रहते। उनहोंने कहा कि जब वो डिप्टी सीएम थे तब पूरा बजट तैयार किया गया था। बस उसे पेश करने वाले बादल गए।
- Conclusion:
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